शर्मा जी आधुनिकता का मजाक उड़ा रहे थे.
आँखे गोल-गोल नचा रहे थे
तभी फोन घनघना गया
भरी मीटिंग को एक कॉल खा गया
फोन उठते हीं मिसेज शर्मा ने नमस्कार किया
अनमने ढंग से शर्मा जी ने नमस्कार सिव्कार किया
पत्नी का एक तुगलकी फरमान आया था
शाम में बच्चों को घुमाने ले जाना है,याद कराया था
मैंने पूछा
मिसेज शर्मा तो बड़ी शालीनता से बात कह गयीं
शर्मा जी कहे,
पत्नी की शालीनता एक तरह की शामत है.....
कहते हीं शर्मा जी चुप हो गए
पूछा विषय तो अच्छा चुना है,मौन क्यों धारण कर गए
शर्मा जी कहे,
जैसे वाक्य कहा पत्नी का ख्याल आ गया
अच्छा आप भी अन्य पतियों की तरह ,पत्नी से डर गए
कौन कहता है ,सारे पती डरते हैं
पत्नी तो डराने के लिए हीं बनी है
मगर चालाक पती तो डरने का नाटक करते हैं
पूछा ,चलिए नाटक हीं सही
अब इस नाटक का कारण तो बतलाइये
शर्मा जी ने कहा,
शादी के बाद हर शेर को सवा शेर मिल जाता है
हेकड़ी पती करे या पत्नी,चोट तो पती को हीं आता है
अतः पत्नी के दहाड़ का उत्तर मिमिया के देने में भलाई है
बेवकूफ पत्नी से डरना चालाक पतियों की चतुराई है
चलिए बात को यहीं बिराम देता हूँ
पत्नी ने जल्दी बुलाया है इसी बात पर ध्यान देता हूँ
अन्यथा इस बात पर पत्नी को चिल्लाना होगा
खामखा मुझे उसके सामने फिर से मिमियाना होगा...
---अरशद अली---
7 comments:
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@-बेवकूफ पत्नी से डरना चालाक पतियों की चतुराई है..
But I think it's wise to fear the fools. Be it a wife or a husband or anyone on earth.
There is a proverb in Hindi-
" Naadaan dost se daanedaar dushman bhala"
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पतियों की चतुराई अच्छी लगी । आभार...
टोपी पहनाने की कला...
गर भला किसी का कर ना सको तो...
समय मिले तो इस ब्लॉग को देखकर अपने विचार अवश्य दे
देशभक्त हिन्दू ब्लोगरो का पहला साझा मंच - हल्ला बोल
पत्नियाँ जानती हैं सब पर जान बूझ कर बेवकूफ बनने का नाटक करती हैं ...
mazedaar rachna!!
बहुत दिनों बाद आपके ब्लॉग पर आयी .. रचना अच्छी है .. शुभकामनाएं !!
khubsoorat rachna ke liye dheron badhai.
thnx
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