Wednesday, July 9, 2014

चलो दिया से बाती के रिश्तों की एक वज़ह ढूंढें ---------अरशद अली


गली मोहल्ले से एक  कहानी को गुज़रते देखा 
हर किरदार को किसी और में  ठहरते  देखा 

कोई मुझमे था एहसास हुआ मुझको भी 
मैंने उसे देख आईने को सवरते देखा 

एक शोर में दब जाया करतें थे  उसके लफ्ज़ बेवजह 
उन  आवाज़ को अपने अंदर हीं टहलते देखा 

चलो दिया से बाती के रिश्तों की एक वज़ह ढूंढें 
जब भी देखा बाती को दिया में हीं जलते देखा 

कागज़ में दर्ज़ गवाहों के पते पर 
मैंने मुज़रिम को कई बार ठहरते देखा 

---अरशद अली ---

5 comments:

RAJWANT RAJ said...


ied mubarak bhai .

RAJWANT RAJ said...


ied mubarak bhai .

Shivam saxena said...

Main bhi mujrim ban k therna chahta hun... .. Soni k dil mein. . I love her a lot. .. Koi toh mujhe soni ko dila do. .

motivation456 said...

"very nice inspiration quotes about beauty-motivation456
"

Admin said...

राजस्थान विश्वविद्यालय Re-admission of online form will start after 18.06.2020 from 2: 0 pm
Any student will have to keep the re-admission form, bank challan copy, and other documents with them. After applying for re-admission, hard copies of these documents will not be submitted to the concerned college or university right now.