Monday, November 4, 2024

मैं और मेरी किताबें

 बहुत आसान नहीं पढ़ लू सभी किताबों को

जिल्द लगाने की नियत से खरीदता रहा हूं बस!


अलमारी मेरे रूम की गवाह है मेरी विद्वता का

जिल्द लगे किताबों को रखता रहा हूं बस!


शीर्षक पढ़ा और ज्ञान के गोते लगा लिया 

लेखक का नाम याद करता रहा हूं बस!


क्या है लिखा किताब में किताब को हीं पता

हरिवंश राय बच्चन,सुमित्रानंदन पंथ सरीखों से मिलता रहा हूं बस!


युक्ति बहुत है खुद को स्थापित करने के लिए

किताबों को बिन पढ़े भी पढ़ता रहा हूं बस!


एक मेज और कुर्सी है अलमारी के बगल में

उसपर रखे किताब बदलता रहा हूं बस!


एक रौशनी किताबों से निकलेगी एक दिन इसी आस में प्रयास करता रहा हूं बस!


अरशद अली


Saturday, July 27, 2024

पत्नी.....अरशद अली


दाम्पत्य जीवन की बस यही यात्रा! पति में छोटी और पत्नी में है बड़ी मात्रा!! पूनम लोसलका, निश्चित ही बड़ी मात्रा वाली पत्नी के साथ छोटी मात्रा वाले पति का जीवन सहज गुजर जाता जाता है। बड़ी ई की मात्रा वाली पत्नी में आंशिक ईश्वरीय शक्ति पाया जाता है। दान दया धर्म भी बड़ी ई की मात्रा वाली पत्नी में स्वत आ जाता है। पत्नी संबंधों को एक साथ तुरपाई कर पारिवारिक शामियाने को जोडे रहती है। अपने हिस्से के सुखों को बांट देती है और दुख नितांत अकेले सहती रहती है।

Saturday, January 13, 2024

टिप्सं अपनाकर आपभी बन सकते हैं पापा द ग्रेट

फादर्स डे जून महीने के तीसरे संडे को मनाया जाता है। एक पुरूष बचपन से ही अपनी भावनाओं को महिलाओं की तुलना में कम प्रकट करता है। फादर्स डे वह मौका है, जबकि आप अपने पिता से अपनी भावनाएं खुल के बता सकते हैं या फिर अगर आप पिता हैं, तो आपको क्‍या करना चाहिए। हर बच्चे का रोल माडल उसके पिता ही होता हैं, चाहे बाक्सिंग चैंपियन बनने की बात हो या डाक्टर। बच्चे हर छोटी-बड़ी बातें अपने माता-पिता से ही सीखते हैं, शायद बड़ों को इस बात का अंदाज़ा भी नहीं होता, कि बच्चे आपसे कितना कुछ सीख रहे हैं।

फादर्स डे पर अच्छे पिता बनने के टिप्स जानें-



आपका समय कितना अनमोल है- चाहे आप कितने भी व्यस्त‍ हों, बच्चेस के लिए समय ज़रूर निकालें क्योंककि ऐसा करने से आप अपने बच्‍चे को और उसकी आवश्यककताओं को समझ सकेंगे। आप अपने बच्चे को जो कुछ सिखाएंगे वो उसे आजीवन याद रहेंगे। शायद आपको भी अपने पिता द्वारा सिखाई कुछ बातें आज भी याद होंगी।



रोल माडल हैं आप- आपको पता होना चाहिए, कि आप एक रोल माडल की भूमिका निभा रहे हैं, ऐसे में आपके द्वारा की गलतियों को बच्चे ना दोहरायें इस बात का खास ख्याल रखें। बच्चोंज को सम्मािन दें, तभी वो आगे जाकर लोगों का सम्मािन करना सीखें।


पैरेंटिंग की कला सीखें-


याद रखें आपके लिए भी हर नया दिन सीखने का है। हालांकि समय के साथ आप बहुत कुछ सीख सकते हैं, लेकिन पैरेंटिंग की कला सीखें। अपने बच्चेप को समझने का प्रयास करें, उसकी बातें सुनें।


तो यह टिप्सं अपनाकर आपभी बन सकते हैं पापा द ग्रेट

Tuesday, February 14, 2023

श्रद्धांजलि

जो सुना समझ नही पाया। मेरे दिमाग को झंझोड़ कर रख दिया एक कॉल ने। शून्य बहुत लंबा शून्य! मानसिक द्वंद में डाल कर चुप चाप चले जाना धोखा से कम नहीं लगा। क्यों? क्यों? आखिर क्यों? ये शून्य समाप्त होने का नाम नहीं लेता। कई हजार सवाल से लड़ रहा हूं शायद जीवन भर लडूंगा। क्या हुआ? क्यों हुआ? से निकल नही पा रहा हूं। व्यवहार की लड़ाई हार गया। खो दिया उसे जो शानदार था। मित्र बड़ा भाई बहुत मिलनसार दयालु कर्मयोगी जो पैदल चलता था की सेहत अच्छी रहे ज्यादा से ज्यादा लोगों से मिल कर उनका हाल चाल ले सके निहायत संवेदनशील था शानदार था सरल था सुगम था सहज था वो अब जटिलता के शिखर पर जा बैठा है। अभी भी लगता है सब झूठ है। कोई कह दे की सब झूठ है। अगर ये सत्य है तो ये सत्य बहुत कठिन है। बहुत कठिन। मुझे पश्चाताप है की उन्हें सुन नही पाया अंतिम कुछ माह में जीवन के अपने सबसे बड़े नुकसान को सहन कर पाऊंगा बहुत कठिन है। अत्यंत ऊर्जावान सकारात्मक इंसान का जाना दुखद है बेहद दुखद।

Monday, August 29, 2022

बेरोजगारी

विपक्ष के मंझे हुए एक नेता वर्तमान समस्या,समस्या के कारण और निवारण पर जनसभा में बोल रहे थे। चीख चीख कर व्यवस्था की पोल खोल रहे थे। जिंदाबाद का नारा बीच-बीच में  बुलंद हो रहा था। प्रथम पंक्ति की भीड़ उत्तेजित  थी, पिछला पंक्ति सो रहा था।  इसी बीच मुद्दा बेरोजगारी का आया।  नेताजी ने इसे सभी समस्याओं का जड़ बताया।  कहा,"अपराध" जैसी समस्या समाज में बेरोजगारी से आता है।  तभी एक शख्स चिल्लाया, नेता जी यह सच है कि अपराध बेरोजगारी से आता है मगर श्रीमान यह बतलाइए यह बेरोजगारी कहां से आता है? नेताजी सवाल को अनसुना कर लए में बहे जा रहे थे। अल-बल-सल 'मन की बात' कहे जा रहे थे। प्रश्न पुनः पूछे जाने पर नेता जी झल्ला गए और सेकंड भर में अपनी औकात पर आ गए। कहने लगे,बेरोजगारी का कारण वर्तमान सरकार है।  इस सरकार पर धिक्कार है।  सत्ता पक्ष भ्रष्टाचार के शीर्ष पर अराजकता फैला रही है।  अशिक्षा ,अदूरदर्शिता और इसी भ्रष्टाचार से बेरोजगारी आ रही है। अब नेताजी अपने रंग में आ रहे थे। सभी बेरोजगार नेता जी की जय जयकार लगा रहे थे। एक बेहद गम्भीर मुद्दा बेरोजगारों के जन सभा मे विपक्ष के एक नेता के कारण उबल रहा था। जय जय कार की सोर से सभी बेरोजगारों का मन बहल रहा था। अरशद अली

मेरी जिन्दगी

 एक कलम लो और कागज पर एक सीधी लकीर खींच दो।

नीचे लिख दो मेरी जिंदगी.....

उस सीधी लाइन के


पहले छोर को थोडा गाढ़ा बिन्दु कर दो

और निचे दर्ज कर दो

अपने जन्म की तारिख।

लकीर के अन्तिम छोर को हल्का रहने दो और कुछ लागतार बिंदू  डाल दो .....कुछ इस तरह।

अब बीच के भाग पर नज़र गड़ा कर एक सवाल पुछो खुद से....

क्या इसके अलावा भी जिंदगी का कोई ढंग या रंग तुमने देखा है ?

जिंदगी सरल और सत्य है,एक सीधी लकीर के जैसी  बाकी सब कुछ बनावटी है।

जिंदगी को सरल ही रहने दो और किरदार को आईना।

खामखा,जिंदगी को ताबीज मत पहनाओ।

लंबी उम्र की दुआ अम्मा कर देगी और अब्बू जिंदगी के लकीर को आसान बनाए रखेंगे।

तुम बस दुआ करो।

सीधी जिंदगी लंबी दिखेगी और बहुत आसन भी।

ऐसे भी जिंदगी आसान है खुदा का इस पर एहसान है।

एक कलम लो और कागज़ पर खिंच दो एक सीधी लकीर....

और निचे लिख दो "मेरी जिन्दगी"

अरशद अली

बोकारो इस्पात नगर